भवानी मैया शारदा भजो रे – भजन (Bhawani Maiya Sharda Bhajo Re)

भवानी मैया शारदा भजो रे,
शारदा भजो रे,
भर जेहे सकल भण्डार रे,
भवानी मैया हो ॥

रुठ के बैठी शारदा भुवन में,
शारदा भुवन में,
लंबे लंबे बिखराये अपने केश रे,
रुठ के बैठी हो ॥

रक्तवर्ण के फुलवा माँ मंगावे,
फुलवा मां मंगावे रे,
लंगुरवा पठावे हिंगलाज रे,
रक्तवर्ण के हो ॥

जाओ जाओ बारे रे लंगुरवा,
बारे रे लंगुरवा लाओ फुलवा,
पंखुडिएं जिनमें पाँच रे,
के जाओ लंगुरवा हो ॥

हिंगलाज में बैठी भवानी मैया,
बैठी भवानी मैया,
बिंदिया चमके चमक गुलज़ार रे,
अरे हिंगलाज में हो ॥

भवानी मैया शारदा भजो रे,
शारदा भजो रे,
भर जेहे सकल भण्डार रे,
भवानी मैया हो ॥