संकट जब हम पर आए – भजन (Sankat Jab Hum Par Aaye)

संकट जब हम पर आए तो,
शिव शंभू तुम आ जाना,
हम दुखियारो की ऐ भोले,
आकर लाज बचा जाना ॥

पास नहीं है पैसा कोड़ी,
हम निर्धन है भोलेनाथ,
तुम जो यदि चाहो तो शिवजी,
बन सकती है ऐसे बात,
सपनों में ही आकर के तुम,
मुखड़ा कभी दिखला जाना,
हम दुखियारो की ऐ भोले,
आकर लाज बचा जाना ॥

सारे जगत के ठुकराए है,
हम सब गम के मारे है,
दुख के बादल छाए हुए है,
चारों तरफ अंधियारे है,
रहमत की बदली आकर के,
हर आंगन में बरसाना,
हम दुखियारो की ऐ भोले,
आकर लाज बचा जाना ॥

तेरे अलावा और हम भोले,
किससे जा फरियाद करें,
कष्ट और संकट की घड़ियों में,
तुझे ही हम तो याद करें,
दूर करो सब संकट सारे,
धीरज हमें बंधा जाना,
हम दुखियारो की ऐ भोले,
आकर लाज बचा जाना ॥

द्वार खड़े है दास तुम्हारे,
हे शिव शंभू कैलाशी,
विनती इनकी सुन लो भगवन,
तेरी बड़ी कृपा होगी
बस इतनी विनती है भगवन,
भक्तों को ना भुला देना,
हम दुखियारो की ऐ भोले,
आकर लाज बचा जाना ॥

संकट जब हम पर आए तो,
शिव शंभू तुम आ जाना,
हम दुखियारो की ऐ भोले,
आकर लाज बचा जाना ॥