आरती: ॐ जय महावीर प्रभु (Om Jai Mahaveer Prabhu)

ॐ जय महावीर प्रभु,स्वामी जय महावीर प्रभो ।जगनायक सुखदायक,अति गम्भीर प्रभो ॥॥ॐ जय महावीर प्रभु…॥ कुण्डलपुर में जन्में,त्रिशला के जाये ।पिता सिद्धार्थ राजा,सुर नर हर्षाए ॥॥ॐ जय महावीर प्रभु…॥ दीनानाथ दयानिधि,हैं मंगलकारी ।जगहित संयम धारा,प्रभु परउपकारी ॥॥ॐ जय महावीर प्रभु…॥ पापाचार मिटाया,सत्पथ दिखलाया ।दयाधर्म का झण्डा,जग में लहराया ॥॥ॐ जय महावीर प्रभु…॥ अर्जुनमाली गौतम,श्री चन्दनबाला … Read more

आरती: श्री महावीर भगवान | जय सन्मति देवा (Shri Mahaveer Bhagwan 3 Jai Sanmati Deva)

जय सन्मति देवा,प्रभु जय सन्मति देवा।वर्द्धमान महावीर वीर अति,जय संकट छेवा ॥॥ऊँ जय सन्मति देवा…॥ सिद्धार्थ नृप नन्द दुलारे,त्रिशला के जाये ।कुण्डलपुर अवतार लिया,प्रभु सुर नर हर्षाये ॥॥ऊँ जय सन्मति देवा…॥ देव इन्द्र जन्माभिषेक कर,उर प्रमोद भरिया ।रुप आपका लख नहिं पाये,सहस आंख धरिया ॥॥ऊँ जय सन्मति देवा…॥ जल में भिन्न कमल ज्यों रहिये,घर में … Read more

नृसिंह आरती ISKCON (Narasimha Aarti ISKCON)

नमस्ते नरसिंहायप्रह्लादाह्लाद-दायिने हिरण्यकशिपोर्वक्षः-शिला-टङ्क-नखालये इतो नृसिंहः परतो नृसिंहोयतो यतो यामि ततो नृसिंहः बहिर्नृसिंहो हृदये नृसिंहोनृसिंहमादिं शरणं प्रपद्ये तव करकमलवरे नखमद्भुत-शृङ्गंदलितहिरण्यकशिपुतनुभृङ्गम्केशव धृतनरहरिरूप जय जगदीश हरे । * नृसिंह आरती की अंतिम तीन पंक्तियाँ श्री दशावतार स्तोत्र से उद्धृत की गईं हैं।

त्रिमूर्तिधाम: श्री हनुमान जी की आरती (Hanuman Ji Ki Aarti Trimurtidham)

जय हनुमत बाबा,जय जय हनुमत बाबा ।रामदूत बलवन्ता,रामदूत बलवन्ता,सब जन मन भावा ।जय जय हनुमत बाबा । अंजनी गर्भ सम्भूता,पवन वेगधारी,बाबा पवन वेगधारी ।लंकिनी गर्व निहन्ता,लंकिनी गर्व निहन्ता,अनुपम बलधारी ।जय जय हनुमत बाबा । बालापन में बाबा अचरज बहु कीन्हों,बाबा अचरज बहु कीन्हों ।रवि को मुख में धारयो,रवि को मुख में धारयो,राहू त्रास दीन्हों ।जय … Read more

बाबा गोरखनाथ आरती (Baba Goraknath Aarti)

जय गोरख देवा,जय गोरख देवा ।कर कृपा मम ऊपर,नित्य करूँ सेवा ॥ शीश जटा अति सुंदर,भाल चन्द्र सोहे ।कानन कुंडल झलकत,निरखत मन मोहे ॥ गल सेली विच नाग सुशोभित,तन भस्मी धारी ।आदि पुरुष योगीश्वर,संतन हितकारी ॥ नाथ नरंजन आप ही,घट घट के वासी ।करत कृपा निज जन पर,मेटत यम फांसी ॥ रिद्धी सिद्धि चरणों में … Read more

भारत माता की आरती (Bharat Mata Ki Aarti)

आरती भारत माता की,जगत के भाग्य विधाता की ।आरती भारत माता की,ज़गत के भाग्य विधाता की । सिर पर हिम गिरिवर सोहै,चरण को रत्नाकर धोए,देवता गोदी में सोए,रहे आनंद, हुए न द्वन्द,समर्पित छंद,बोलो जय बुद्धिप्रदाता की,जगत के भाग्य विधाता की आरती भारत माता की,जगत के भाग्यविधाता की । जगत में लगती है न्यारी,बनी है इसकी … Read more

श्री शाकुम्भरी देवी जी की आरती (Shakumbhari Devi Ki Aarti)

हरि ओम श्री शाकुम्भरी अंबा जी की आरती क़ीजोएसी अद्वभुत रूप हृदय धर लीजोशताक्षी दयालू की आरती किजो तुम परिपूर्ण आदि भवानी माँ,सब घट तुम आप भखनी माँशकुंभारी अंबा जी की आरती किजो तुम्ही हो शाकुम्भर,तुम ही हो सताक्षी माँशिवमूर्ति माया प्रकाशी माँशाकुम्भरी अंबा जी की आरती किजो नित जो नर नारी अंबे आरती गावे … Read more

कूष्मांडा आरती (Kushmanda Aarti)

माँ कूष्मांडा आरती:कूष्मांडा जय जग सुखदानी ।मुझ पर दया करो महारानी ॥ पिगंला ज्वालामुखी निराली ।शाकंबरी मां भोली भाली ॥ लाखों नाम निराले तेरे ।भक्त कई मतवाले तेरे ॥ भीमा पर्वत पर है डेरा ।स्वीकारो प्रणाम ये मेरा ॥ सबकी सुनती हो जगदंबे ।सुख पहुंचती हो मां अंबे ॥ तेरे दर्शन का मैं प्यासा ।पूर्ण … Read more

आरती: श्री राणी सती दादी जी (Shri Rani Sati Dadi Ji)

ॐ जय श्री राणी सती माता,मैया जय राणी सती माता ।अपने भक्त जनन की,दूर करन विपत्ती ॥ ॐ जय श्री राणी सती माता,मैया जय राणी सती माता ॥ अवनि अननंतर ज्योति अखंडीत,मंडितचहुँक कुंभा ।दुर्जन दलन खडग की,विद्युतसम प्रतिभा ॥ ॐ जय श्री राणी सती माता,मैया जय राणी सती माता ॥ मरकत मणि मंदिर अतिमंजुल,शोभा लखि … Read more

श्री चिंतपूर्णी देवी की आरती (Mata Shri Chintpurni Devi)

चिंतपूर्णी चिंता दूर करनी,जग को तारो भोली माँ जन को तारो भोली माँ,काली दा पुत्र पवन दा घोड़ा ॥॥ भोली माँ ॥ सिन्हा पर भाई असवार,भोली माँ, चिंतपूर्णी चिंता दूर ॥॥ भोली माँ ॥ एक हाथ खड़ग दूजे में खांडा,तीजे त्रिशूल सम्भालो ॥॥ भोली माँ ॥ चौथे हाथ चक्कर गदा,पाँचवे-छठे मुण्ड़ो की माला ॥॥ भोली … Read more