तुकाराम आरती (Tukaram Aarti)

आरती तुकाराम ।स्वामी सद्गुरु धाम ॥सच्चिदानंद मूर्ती ।पाय दाखवी आम्हा ॥ आरती तुकाराम ।स्वामी सद्गुरु धाम ॥सच्चिदानंद मूर्ती ।पाय दाखवी आम्हा ॥ राघवे सागरात ।पाषाण तारीले ॥तैसे हें तुकोबाचे ।अभंग उदकी रक्षिले ॥आरती तुकाराम ॥ आरती तुकाराम ।स्वामी सद्गुरु धाम ॥सच्चिदानंद मूर्ती ।पाय दाखवी आम्हा ॥ तुकिता तुलनेसी ।ब्रह्म तुकासी आले ॥म्हणोनि रामेश्वरे ।चरणी मस्तक … Read more

बाबा बालक नाथ आरती (Shri Baba Balaknath Aarti)

ॐ जय कलाधारी हरे,स्वामी जय पौणाहारी हरे,भक्त जनों की नैया,दस जनों की नैया,भव से पार करे,ॐ जय कलाधारी हरे ॥ बालक उमर सुहानी,नाम बालक नाथा,अमर हुए शंकर से,सुन के अमर गाथा ।ॐ जय कलाधारी हरे ॥ शीश पे बाल सुनैहरी,गले रुद्राक्षी माला,हाथ में झोली चिमटा,आसन मृगशाला ।ॐ जय कलाधारी हरे ॥ सुंदर सेली सिंगी,वैरागन सोहे,गऊ … Read more

गुरु नानक आरती (Guru Nanak Aarti)

श्री गुरु नानक देव आरती ॥ धनासरी महला १ आरती ੴ सतिगुर प्रसादि ॥गगन मै थालु रवि चंदु दीपकबने तारिका मंडल जनक मोती ॥ धूपु मल आनलो पवणु चवरो करेसगल बनराइ फूलंत जोती ॥ कैसी आरती होइ भव खंडना तेरी आरती ॥अनहता सबद वाजंत भेरी रहाउ ॥ सहस तव नैन नन नैन है तोहि कउसहस … Read more

जय शनि देवा – श्री शनिदेव आरती (Aarti Shri Shani Jai Jai Shani Dev)

जय शनि देवा, जय शनि देवा,जय जय जय शनि देवा ।अखिल सृष्टि में कोटि-कोटि जन,करें तुम्हारी सेवा ।जय शनि देवा, जय शनि देवा,जय जय जय शनि देवा ॥ जा पर कुपित होउ तुम स्वामी,घोर कष्ट वह पावे ।धन वैभव और मान-कीर्ति,सब पलभर में मिट जावे ।राजा नल को लगी शनि दशा,राजपाट हर लेवा ।जय शनि … Read more

कार्तिकेय आरती (Kartikeya Aarti)

कार्तिकेय जी की आरती –जय जय आरती वेणु गोपालावेणु गोपाला वेणु लोलापाप विदुरा नवनीत चोरा जय जय आरती वेंकटरमणावेंकटरमणा संकटहरणासीता राम राधे श्याम जय जय आरती गौरी मनोहरगौरी मनोहर भवानी शंकरसदाशिव उमा महेश्वर जय जय आरती राज राजेश्वरिराज राजेश्वरि त्रिपुरसुन्दरि महा सरस्वती महा लक्ष्मीमहा काली महा लक्ष्मी जय जय आरती आन्जनेयआन्जनेय हनुमन्ता जय जय आरति … Read more

आरती: श्री गणेश – शेंदुर लाल चढ़ायो (Shri Ganesh Shendur Laal Chadhayo)

शेंदुर लाल चढ़ायो अच्छा गजमुखको ।दोंदिल लाल बिराजे सुत गौरिहरको ।हाथ लिए गुडलद्दु सांई सुरवरको ।महिमा कहे न जाय लागत हूं पादको ॥जय देव जय देव.. जय देव जय देव,जय जय श्री गणराजविद्या सुखदाताधन्य तुम्हारा दर्शनमेरा मन रमता,जय देव जय देव ॥ अष्टौ सिद्धि दासी संकटको बैरि ।विघ्नविनाशन मंगल मूरत अधिकारी ।कोटीसूरजप्रकाश ऐबी छबि तेरी … Read more

आरती: जय जय तुलसी माता (Aarti: Jai Jai Tulsi Mata)

जय जय तुलसी माता,मैया जय तुलसी माता ।सब जग की सुख दाता,सबकी वर माता ॥॥ जय तुलसी माता…॥ सब योगों से ऊपर,सब रोगों से ऊपर ।रज से रक्ष करके,सबकी भव त्राता ॥॥ जय तुलसी माता…॥ बटु पुत्री है श्यामा,सूर बल्ली है ग्राम्या ।विष्णुप्रिय जो नर तुमको सेवे,सो नर तर जाता ॥॥ जय तुलसी माता…॥ हरि … Read more

श्री जानकीनाथ जी की आरती (Shri Jankinatha Ji Ki Aarti)

ॐ जय जानकीनाथा,जय श्री रघुनाथा ।दोउ कर जोरें बिनवौं,प्रभु! सुनिये बाता ॥ ॐ जय..॥ तुम रघुनाथ हमारे,प्राण पिता माता ।तुम ही सज्जन-संगी,भक्ति मुक्ति दाता ॥ ॐ जय..॥ लख चौरासी काटो,मेटो यम त्रासा ।निशदिन प्रभु मोहि रखिये,अपने ही पासा ॥ ॐ जय..॥ राम भरत लछिमन,सँग शत्रुहन भैया ।जगमग ज्योति विराजै,शोभा अति लहिया ॥ ॐ जय..॥ हनुमत … Read more

भगवद्‍ गीता आरती (Aarti Shri Bhagwat Geeta)

जय भगवद् गीते,जय भगवद् गीते ।हरि-हिय-कमल-विहारिणि,सुन्दर सुपुनीते ॥ कर्म-सुमर्म-प्रकाशिनि,कामासक्तिहरा ।तत्त्वज्ञान-विकाशिनि,विद्या ब्रह्म परा ॥जय भगवद् गीते…॥ निश्चल-भक्ति-विधायिनि,निर्मल मलहारी ।शरण-सहस्य-प्रदायिनि,सब विधि सुखकारी ॥जय भगवद् गीते…॥ राग-द्वेष-विदारिणि,कारिणि मोद सदा ।भव-भय-हारिणि,तारिणि परमानन्दप्रदा ॥जय भगवद् गीते…॥ आसुर-भाव-विनाशिनि,नाशिनि तम रजनी ।दैवी सद् गुणदायिनि,हरि-रसिका सजनी ॥जय भगवद् गीते…॥ समता, त्याग सिखावनि,हरि-मुख की बानी ।सकल शास्त्र की स्वामिनी,श्रुतियों की रानी ॥जय भगवद् गीते…॥ … Read more

दत्ताची आरती (Datta Aarti)

त्रिगुणात्मक त्रैमूर्ती दत्त हा जाणा ।त्रिगुणी अवतार त्रैलोक्य राणा ।नेती नेती शब्द न ये अनुमाना ॥सुरवर मुनिजन योगी समाधी न ये ध्याना ॥ जय देव जय देव जय श्री गुरुद्त्ता ।आरती ओवाळिता हरली भवचिंता ॥ सबाह्य अभ्यंतरी तू एक द्त्त ।अभाग्यासी कैची कळेल हि मात ॥पराही परतली तेथे कैचा हेत ।जन्ममरणाचाही पुरलासे अंत ॥ दत्त … Read more