हवन-यज्ञ प्रार्थना: पूजनीय प्रभो हमारे (Hawan Prarthana: Pujniya Prabhu Hamare)

पूजनीय प्रभो हमारे,भाव उज्जवल कीजिये ।छोड़ देवें छल कपट को,मानसिक बल दीजिये ॥ १॥ वेद की बोलें ऋचाएं,सत्य को धारण करें ।हर्ष में हो मग्न सारे,शोक-सागर से तरें ॥ २॥ अश्व्मेधादिक रचायें,यज्ञ पर-उपकार को ।धर्मं- मर्यादा चलाकर,लाभ दें संसार को ॥ ३॥ नित्य श्रद्धा-भक्ति से,यज्ञादि हम करते रहें ।रोग-पीड़ित विश्व के,संताप सब हरतें रहें ॥ ४॥ भावना … Read more

श्री चित्रगुप्त आरती (Shri Chitragupt Aarti)

भगवान श्री चित्रगुप्त जी की आरतीॐ जय चित्रगुप्त हरे,स्वामीजय चित्रगुप्त हरे ।भक्तजनों के इच्छित,फलको पूर्ण करे॥ विघ्न विनाशक मंगलकर्ता,सन्तनसुखदायी ।भक्तों के प्रतिपालक,त्रिभुवनयश छायी ॥ॐ जय चित्रगुप्त हरे…॥ रूप चतुर्भुज, श्यामल मूरत,पीताम्बरराजै ।मातु इरावती, दक्षिणा,वामअंग साजै ॥ॐ जय चित्रगुप्त हरे…॥ कष्ट निवारक, दुष्ट संहारक,प्रभुअंतर्यामी ।सृष्टि सम्हारन, जन दु:ख हारन,प्रकटभये स्वामी ॥ॐ जय चित्रगुप्त हरे…॥ कलम, दवात, … Read more

शीतला माता की आरती (Sheetla Mata Ki Aarti)

जय शीतला माता,मैया जय शीतला माता ।आदि ज्योति महारानी,सब फल की दाता ॥ॐ जय शीतला माता..॥ रतन सिंहासन शोभित,श्वेत छत्र भाता ।ऋद्धि-सिद्धि चँवर ढुलावें,जगमग छवि छाता ॥ॐ जय शीतला माता,मैया जय शीतला माता । विष्णु सेवत ठाढ़े,सेवें शिव धाता ।वेद पुराण वरणत,पार नहीं पाता ॥ॐ जय शीतला माता,मैया जय शीतला माता । इन्द्र मृदङ्ग बजावत,चन्द्र … Read more

श्री बालाजी आरती (Shri Balaji Ki Aarti)

श्री हनुमान जन्मोत्सव, मंगलवार व्रत, शनिवार पूजा, बूढ़े मंगलवार और अखंड रामायण के पाठ में प्रमुखता से गाये जाने वाली आरती है ॐ जय हनुमत वीरा,स्वामी जय हनुमत वीरा ।संकट मोचन स्वामी,तुम हो रनधीरा ॥॥ ॐ जय हनुमत वीरा..॥ पवन पुत्र अंजनी सूत,महिमा अति भारी ।दुःख दरिद्र मिटाओ,संकट सब हारी ॥॥ ॐ जय हनुमत वीरा..॥ … Read more

श्री सीता आरती (Sita Mata Aarti)

आरती श्री जनक दुलारी की ।सीता जी रघुवर प्यारी की ॥ जगत जननी जग की विस्तारिणी,नित्य सत्य साकेत विहारिणी,परम दयामयी दिनोधारिणी,सीता मैया भक्तन हितकारी की ॥ आरती श्री जनक दुलारी की ।सीता जी रघुवर प्यारी की ॥ सती श्रोमणि पति हित कारिणी,पति सेवा वित्त वन वन चारिणी,पति हित पति वियोग स्वीकारिणी,त्याग धर्म मूर्ति धरी की … Read more

नृसिंह भगवान आरती (Narasimha Bhagwan Aarti)

ॐ जय नरसिंह हरे,प्रभु जय नरसिंह हरे ।स्तंभ फाड़ प्रभु प्रकटे,स्तंभ फाड़ प्रभु प्रकटे,जनका ताप हरे ॥ॐ जय नरसिंह हरे ॥ तुम हो दिन दयाला,भक्तन हितकारी,प्रभु भक्तन हितकारी ।अद्भुत रूप बनाकर,अद्भुत रूप बनाकर,प्रकटे भय हारी ॥ॐ जय नरसिंह हरे ॥ सबके ह्रदय विदारण,दुस्यु जियो मारी,प्रभु दुस्यु जियो मारी ।दास जान आपनायो,दास जान आपनायो,जनपर कृपा करी … Read more

श्री शनि देव: आरती कीजै नरसिंह कुंवर की (Shri Shani Dev Aarti Keejai Narasinh Kunwar Ki)

आरती कीजै नरसिंह कुंवर की ।वेद विमल यश गाउँ मेरे प्रभुजी ॥ पहली आरती प्रह्लाद उबारे ।हिरणाकुश नख उदर विदारे ॥ दुसरी आरती वामन सेवा ।बल के द्वारे पधारे हरि देवा ॥ तीसरी आरती ब्रह्म पधारे ।सहसबाहु के भुजा उखारे ॥ चौथी आरती असुर संहारे ।भक्त विभीषण लंक पधारे ॥ पाँचवीं आरती कंस पछारे ।गोपी … Read more

माता गायत्री आरती (Mata Gayatri Aarti)

जयति जय गायत्री माता,जयति जय गायत्री माता ।सत् मारग पर हमें चलाओ,जो है सुखदाता ॥॥ जयति जय गायत्री माता..॥ आदि शक्ति तुम अलख निरंजन जगपालक क‌र्त्री ।दु:ख शोक, भय, क्लेश कलश दारिद्र दैन्य हत्री ॥॥ जयति जय गायत्री माता..॥ ब्रह्म रूपिणी, प्रणात पालिन जगत धातृ अम्बे ।भव भयहारी, जन-हितकारी, सुखदा जगदम्बे ॥॥ जयति जय गायत्री … Read more

श्री जगन्नाथ संध्या आरती (Shri Jagganath Sandhya Aarti)

अनंत रूप अन्नांत नामअनंत रूप अन्नांत नाम,अनंत रूप अन्नांत नाम,आधी मूला नारायाणाआधी मूला नारायाणा अनंत रूप अन्नांत नाम,अनंत रूप अन्नांत नाम,आधी मूला नारायाणाआधी मूला नारायाणा विस्वा रूपा विस्वा धाराविस्वा रूपा विस्वा धाराविस्ववयापका नारायाणाविस्ववयापका नारायाणाविस्वा तेजसा प्रज्ञा स्वरूपाविस्वा तेजसा प्रज्ञा स्वरूपा हे ढाया सिंधो कृष्णा हे ढायाअनंता सयाना हे जगानाथाअनंता सयाना हे जगानाथाकमला नयना हे माधवाकमला … Read more

जगन्नाथ मंगल आरती (Jagannath Mangal Aarti)

आरती श्री जगन्नाथआरती श्री जगन्नाथ मंगल कारी,आरती श्री बैकुंठ मंगलकारी, मंगलकारी नाथ आपादा हरि,कंचन को धुप दीप ज्योत जगमगी,अगर कपूर बाटी भव से धारी,आरती श्री जगन्नाथ मंगल कारी,आरती श्री बैकुंठ मंगलकारी,घर घरन बजता बाजे बंसुरी,घर घरन बजता बाजे बंसुरी,झांझ या मृदंग बाजे, ताल खनजरी,आरती श्री जगन्नाथ मंगल कारी,आरती श्री बैकुंठ मंगलकारी,निरखत मुखारविंद परसोत चरनारविन्द आपादा … Read more